प्रॉपर्टी वैल्यूएशन कैसे जाने ?
वैल्यूएशन ऑफ़ प्रॉपर्टी या सम्पति का मूल्यांकन क्या है ?
किसी सम्पति का मूल्य या वैल्यू कई कारकों पर निर्भर होता है, जैसे सम्पति की लोकेशन, कंडीशन आदि सम्पति के मूल्य निर्धारण की प्रक्रिया ही सम्पति का मूल्यांकन कहा जाता है। इसका निर्धारण विभिन्न प्रकार से किया जाता है। जैसे बैंकिंग संस्था या प्रॉपर्टी कारोबारी सम्पति का मूल्यांकन अलग प्रकार से करेंगे। यहॉ हम जानेगे कि राजस्थान में दस्तावेज पंजीकरण में वैल्यूएशन किस प्रकार से किया जाता है।
सभी मे जिज्ञासा रहती है कि हमारी सम्पति का सरकारी मूल्यांकन / VALUATION क्या है ? सभी प्रकार के दस्तावेज को रजिस्टर्ड करवाने के लिए टैक्स के रूप मे स्टाम्प ड्यूटी का भुगतान करना होता है। कर के रूप मे स्टाम्प ड्यूटी का भुगतान प्रॉपर्टी की वैल्यू या मूल्य के अनुसार किया जाता है। किसी सम्पति की वैल्यू की बाजार दर और सरकारी दर में अंतर हो सकता है ।हम जानते है की किसी भूमि का सरकारी दर तो E PANJIYAN DLC RATE को माना जाता है। किन्तु कई बार भूमि पर भवन आदि बने रहते है तो सयुक्त रूप से भूमि एवं भवन आदि का वैल्यूएशन करना होता है। ताकि दस्तावेज के लिए वास्तविक स्टाम्प ड्यूटी का आकलन हो सके।
E-PANJIYAN वेबसाइट / राजस्थान पंजीयन एवं मुद्रांक विभाग एवं IGRAS की वेबसाइट पर यह सुविधा प्रदान की गई है ।
चलिए जाने, राजस्थान में सम्पति का मूल्यांकन कैसे करे ? या प्रॉपर्टी का मूल्यांकन दस्तावेज का पजीकरण करवाने के लिए कैसे करे ?
1. ब्राउज़र में ई-पंजीयन राजस्थान को सर्च करे। सर्च रिजल्ट में राजस्थान पंजीयन एवं मुद्रांक विभाग की आधिकारिक वेबसाइट http://epanjiyan.nic.in/ को क्लीक करे ।
2. ई -पंजीयन या राजस्थान पंजीयन एवं मुद्रांक विभाग की आधिकारिक वेबसाइट का होम पेज खुल जाता है इसमें दाहिने कोने पर स्थित प्रॉपर्टी वैल्यूएशन फ़ॉर सिटीजन को क्लिक करते हैं ।
3. इसके पश्चात दिखाई दे रहे ऑप्शन में मोबाइल न. एवं वेरिफिकेशन कोड डालकर फ्रेश वैल्यूएशन को क्लिक करते है।
4. जैसे ही फ्रेश वैल्यूएशन को क्लिक करते है, दिए गए मोबाइल पर ओटीपी जाने का मेसेज आ जाता है ।जिसको ओके करते हैं।
5. ओके क्लिक करने के पश्चात निम्न प्रकार बॉक्स खुल जाता है जिस पर प्रॉपटी वैल्यूएशन लिखा रहता है। उसमे मोबाइल न. के नीचे OTP डालकर वेरीफाई ओटीपी एंड प्रोसीड फॉर फ्रेश वैल्यूएशन को करते है

6. अब निम्न प्रकार बॉक्स ओपन हो जाता है।
इसमें लोकेशन टाइप, दस्तावेज टाइप ,दस्तावेज सब टाइप , केटेगरी , डिस्ट्रिक्ट, एस आर ओ तथा तहसील को भरते है। यह एक बॉक्स निम्न चित्रानुसार होता है, जिसमे हम सब-रजिस्ट्रार ऑफिस की लिस्ट प्राप्त कर सकते है।
7. उक्त जानकारी को भरते ही निम्न प्रकार उक्त बॉक्स एक्सपेंड हो जाता है , जिसमे हमे डिटेल भरते हैं।
इस बॉक्स में निम्न जानकारी भरते है :-
यदि भूखंड में कुछ निर्मित है, तो उसकी डिटेल बाये कोने में स्थित बॉक्स में डालते हैं, क्योकि दस्तावेज के रेजिस्ट्रेशन हेतु उसकी भी वैल्यू ली जाएगी।
उक्त जानकारी भरने के पश्चात सेव प्रॉपर्टी को क्लिक कर डाटा सेव कर लेते है।
8. उक्त सेव करते ही निम्न प्रकार बॉक्स में निचे सेव्ड प्रॉपर्टी की डिटेल आ जाती है ।
इसमें विभिन्न जानकारियां जैसे dlc rate, प्रॉपर्टी value आदि होती है । इसमें नेक्स्ट क्लिक करते है ।
9. अब जो बॉक्स ओपन होता है उसमे फेस वैल्यू भरकर कैलकुलेट स्टाम्प ड्यूटी को क्लिक करते है।
10. सेव को क्लिक करते है ।
11. अब वैल्यूएशन रिपोर्ट सेव होने के साथ ही नोट सिटीजन रेफ़्रेन्स नंबर का मैसेज आता है, जो मोबाइल पर भी जाता है। जिसे नोट कर लेते हैं। भविष्य में प्रोोपेर्टी वैल्यूएशन रिपोर्ट निकालने या सेव्ड डेटा मॉडिफाई करने हेतु इसकी आवश्यकता होती है। इस वेबसाइट पर ३० दिन तक डाटा सेव रहता है ।
12. ओके क्लिक करते ही । निम्न प्रकार के ऑप्शन निचे खुल जाते है। इसमें यदि हम प्रॉपर्टी वैल्यूएशन रिपोर्ट प्राप्त करनी है तो Pre Valuation Report को क्लिक करते है । जिससे आपकी रिपोर्ट डाउनलोड हो जाती है। अब यदि रजिस्ट्री करवानी है तो पार्टी ऑप्शन को क्लिक करते है ।
इस प्रकार से हम दस्तावेज पंजीकरण की प्रक्रिया में किसी भी सम्पति का ऑनलाइन वैल्यूएशन प्राप्त कर डाउनलोड कर सकते है ।
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