स्वतन्त्रता सेनानी औऱ उनका परिचय तथा नारे, स्वतंत्रता दिवस के बधाई संदेश फ्री डाउनलोड
भारतीय राष्ट्रीय स्वतंत्रता संग्राम में नारों का विशेष महत्व रहा है। इन आजादी के नारों ने आजादी की अलख जलाए रखी। इन के माध्यम से जन-जन में जोश जागृत हुआ। जब भी कोई सभा या सम्मेलन होता था । इन नारो ने अपने धूम मचाए रखी। तो आइए 75 वे स्वतंत्रता दिवस की वर्षगांठ के अवसर पर स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त 2021 में स्वतंत्रता दिवस की बधाई संदेश हम इन नारों के माध्यम से दे और वही दौर जो उस समय उस युवा वर्ग में था। वह आज फिर से चलाएं। दोस्तों स्वतंत्रता दिवस या 15 अगस्त हमारा राष्ट्रीय पर्व होने के साथ-साथ ही हमारे जीवन में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यह राष्ट्रीय पर्व है, जिसमें हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई यहूदी पारसी सभी मिलकर मनाते हैं। तो चलिए जानते हैं, कुछ देशभक्त एवं उनके नारों के बारे में एवं कार्यों के बारे में :-
1. नेताजी सुभाष चंद्र बोस
उग्र राष्ट्रवाद के नायक नेताजी सुभाष चंद्र बोस हमेशा देशभक्तों की प्रथम पंक्ति का प्रतिनिधित्व करते हैं। भारत के स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में नेताजी सुभाष चंद्र बोस का स्थान सबसे ऊपर की पंक्ति में आता है। नेताजी सुभाष चंद्र बोस में वह जुनून और जोश था, जो पूरे भारत में किसी भी आजादी के नेता में देखने को नहीं मिलता। उनका जीवन सभी के लिए प्रेरणादाई के साथ-साथ रहस्यमई रहा है। सुभाष चंद्र बोस भारत के राष्ट्रीय आंदोलन के असली हीरो हैं , जिन्हें राष्ट्र नायक के रूप में जाना जा सकता है। इन्होंने अपने बलबूते एक सेना आजाद हिंद फौज की स्थापना की। इसका मूल उद्देश्य ब्रिटिश राज से मुक्ति प्राप्त करना था। इन्होंने जापान के सहयोग से आजाद हिंद फौज का गठन किया। आजाद हिंद फौज के सुप्रीम कमांडर की हैसियत से भारत की प्रथम स्वतंत्र सरकार की घोषणा 1943 में की, जिसे 11 देशों में मान्यता भी प्रदान की थी। 1944 ब्रिटिश भारत के कुछ हिस्सों पर अपना आधिपत्य जमा लिया था।
तो आइए आज इनके नारों के साथ 75 वें स्वतंत्रता दिवस की बधाई दें:-
" तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हे आजादी दूंगा "
" आजादी मिलती नहीं, बल्कि इसे छीनना पड़ता है "
" जयहिंद "
2. शहीदे-आजम सरदार भगत सिंह
सरदार भगत सिंह को युवा वर्ग आज भी अपना आदर्श मानता है । उन्होंने अपनी युवावस्था में ही अपना बलिदान देकर सिद्ध कर दिया कि जोश की कोई उम्र एवं सीमा नहीं होती। मात्र 23 साल की उम्र में राष्ट्रवाद का वह उदाहरण प्रस्तुत किया है कि युवा वर्ग इन्हें अपना हीरो मानता है। इन्होंने लाला लाजपत की मौत के जिम्मेदार पुलिस अधिकारी जॉन सांडर्स का गोली मारकर वध किया था। आज हम सरदार भगत सिंह के नारे को संदेश के रूप में हमारे दोस्तो को शेयर करें।
" इंकलाब जिंदाबाद" -भगत सिंह
" जिंदगी तो अपने दम पर जी जाती है, दूसरे के कंधों पर तो केवल जनाजे उठाये जाते हैं "
" राख का हर कण मेरी गर्मी से गतिमान है, मैं ऐसा पागल हूँ जो जेल में भी आजाद है। "
3. चंद्रशेखर आजाद
चंद्रशेखर आजाद के नाम से पता चलता है। यह ताउम्र आजाद ही रहे और हंसकर इन्होंने मौत को गले के लिया पर अंग्रेजों के आगे घुटने नहीं टेके। इनका नाम राम प्रसाद बिस्मिल के साथ काकोरी कांड तथा शहीद ए आजम भगत सिंह के साथ जॉन सांडर्स की हत्या एवं दिल्ली असेंबली बम कांड में चर्चित रहा है । इन्हें पंडित जी या आजाद के नाम से जाना जाता है । आइए अपने भारत वासियों एवं दोस्तों को चंद्रशेखर आजाद जी के नारों के साथ ही बधाई देते हैं: -
" अभी भी जिसका खून ना खौला वह खून नहीं पानी है जो देश के काम ना आए बेकार जवानी है "
" दुश्मन की गोलियां का हम सामना करेंगे, आजाद रहे हैं आजाद ही रहेंगे।'
4. राम प्रसाद बिस्मिल
सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है, देखना है जोर बाजुए कातिल में है, की बात करने वाले रामप्रसाद बिस्मिल को कौन नहीं जानता। यह मैनपुरी षडयंत्र तथा काकोरी कांड के सूत्रधार थे। उन्हें मात्र 30 साल की उम्र में फांसी की सजा दे दी गई थी। यह हमेशा ही सभी के प्रेरणा स्रोत रहे हैं कवि तथा साहित्यकार जिनके अपने जीवन काल में 11 प्रतियां प्रकाशित हुई थी जिनको ब्रिटिश सरकार ने बैन भी कर दिया था स्वतंत्रता दिवस पर इन्ही के शब्दों में बधाई संदेश दें :-
5. लाला लाजपतराय
6.पंडित मदन मोहन मालवीय
हिन्दू महासभा के जनक है तथा इनका स्वतंत्रता आंदोलन में महत्वपूर्ण योगदान रहा है इनकी हे दें सत्यमेव जयते है
7.विनोबा भावे
भूदान आंदोलन के प्रणेता है । इन्हे आचार्य जी के नाम से जाना जाता है इन्होने गीता का मराठी में गीताई के नाम से अनुवाद किया था ।
8- बंकिम चंद्र चटर्जी
ये उपन्यासकार और साहित्यकार रहे है। इनकी रचना वन्देमातरम बहुत ही कालजयी रचना है और वन्देमातरम राष्ट्रीय गीत के रचनाकार है ।इनका स्वंतत्र आंदोलन में महत्वपूर्ण योगदान रहा है ।
" वन्देमातृम"
9. रविंद्र नाथ टैगोर
"जन गण मन"
रवीन्द्रनाथ टैगोर एक ऐसे कवि हैं जिनकी रचनाओं को दो देशों ने अपना राष्ट्रगान बनाया। भारत का राष्ट् गान इन्ही की देन है।
10. सरदार वल्लभ भाई पटेल
भारत के एकीकरण में इनका योगदान अतुल्य है। लोग इन्हें सरदार के नाम से ज्यादा जानते थे। बरौलिया सत्याग्रह में उनकी प्रमुख भूमिका रही है।
- "शक्ति के अभाव में विश्वास व्यर्थ है.
11. बाल गंगाधर तिलक
"स्वराज्य मेरा जन्म सिद्ध अधिकार है "
दोस्तों, आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की 75 वी वर्षगांठ हार्दिक शुभकामनायें ।
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