सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय (MINISTRY OF MSME) मंत्रालय ने रोजगार के विभिन्न अवसरों को प्रोत्साहित करने हेतु विभिन्न योजनाए प्रारम्भ की है इन्ही योजनाओं में एक प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम है, जिसमे शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रो के लघु उद्योगों को सब्सिडी प्रदान की जाती है तथा सस्ती दर पर उद्योग को प्रोत्साहित करने हेतु ऋण उपलब्ध करवाया जाता है।
- PMEGP योजना क्या है ?
- PMEGP लोन स्कीम के मुख्य उद्देश्य -
- PMEGP SCHEME फाइनेंसियल असिस्टेंस की प्रकृति
- PMEGP SCHEME पीडीऍफ़ डाउनलोड
- KVIC LOAN हेतु आवश्यक दस्तावेज
- KVIC लोन हेतु बैंक में प्रक्रिया
PMEGP क्या है ? What is KVIC LOAN ?
PMEGP का प्रशासन सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय द्वारा किया जाता है एवं इसका इम्प्लीमेंट राज्य स्तर पर खादी एवं ग्रामीण उद्योग आयोग (KHADI AND VILLAGE INDUSTRIES COMMISSION / KVIC ) के माध्यम से किया जाता है। राष्ट्रीय स्तर पर MSME मंत्रालय इसकी नोडल एजेंसी होती है जो इसका प्रशासन करती है। यह योजना केंद्र सरकार द्वारा 2008 में लागु की गई है।
PMEGP की फुल फॉर PRIME MINISTER'S EMPLOYMENT GENERATION PROGRAMME है। इसे हिंदी में प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम कहा जाता है। इसका प्रारम्भ केंद्र सरकार द्वार 2008 में किया गया था।
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PMEGP योजना के मुख्य उद्देश्य
- शहरी क्षेत्रो के साथ-साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में नवीन स्व रोजगार उद्योग सृजन ।
- विभिन्न प्रथागत कारीगरों हेतु स्वरोजगार के विभिन्न अवसरों का सृजन ।
- ग्रामीण क्षेत्रों में प्रथागर कारीगरों के युवाओ को स्वरोजगार प्रोत्साहन कर उनका पलायन रोकना।
- ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों के कारीगरों की दैनिक आय में वर्द्धि हेतु प्रोत्साहित करना ।
- सस्ती दर पर स्वरोजगार हेतु ऋण एवं सब्सिडी उपलब्ध करवाना ।
PMEGP SCHEME फाइनेंसियल असिस्टेंस की प्रकृति
LEVEL OF FUNDING UNDER PMEGP |
||||
S. |
CATEGORY |
BENEFICIARY’S
CONTRIBUTION(OF PROJECT COST) |
RATE OF SUBSIDY (OF
PROJECT COST) |
|
RURAL |
URBAN |
|||
1 |
GENERAL CATEGORY |
10% |
15% |
25% |
2 |
SPECIAL CATEGORY (INCLUDING SC/ST/OBC/MINORITY/WOMAN
/ EX-SERVICEMAN/PHYSICALHANDICAPPED /NER / HILL AND BORDER AREA etc. |
05% |
25% |
35% |
1 |
विनिर्माण सेक्टर
में अधिकतम
प्रोजेक्ट कॉस्ट
25 लाख हो
सकेगी |
|||
2 |
व्यवसाय तथा
सेवा सेक्टर
में अधिकतम
प्रोजक्ट कॉस्ट
10 लाख हो
सकेगी |
|||
3 |
कुल प्रोजेक्ट
कॉस्ट की शेष राशि
बैंक द्वारा
टर्म लोन
के रूप
में उपलब्ध
करवाई जावेगी |
PMEGP SCHEME पीडीऍफ़ डाउनलोड
KVIC LOAN हेतु आवश्यक दस्तावेज
- आवेदक की फोटो
- आवेदक का आधार कार्ड
- आवेदक का पेन कार्ड
- आवेदक का मोबाइल नंबर
- आवेदक का राशन कार्ड
- आवेदक के क्षेत्र का जनसंख्या प्रमाणपत्र
- आवेदक का उद्योग के सम्बन्ध में अनुभव प्रमाण पत्र
- आवेदक के शैक्षणिक योग्यता दस्तावेज
- उद्योग के सम्बन्ध में प्रमाणित प्रोजेक्ट रिपोर्ट ( PMEGP PROJCET )
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KVIC LOAN कैसे अप्लाई करे ? how to apply kvic loan online
आवेदक को KVIC में अप्लाई करने एवं अप्रूवल हेतु ऑनलाइन अप्लाई करना होता है
KVIC ऑफिसियल लिंक
अप्लाई लिंक ऑनलाइन
https://kviconline.gov.in/pmegpeportal/pmegphome/index.jsp
केवीआईसी में आवेदन ( pmegp online application ) हेतु ऑनलाइन फॉर्म निम्न प्रकार अप्लाई कर सकते है :-
- सर्वप्रथम https://kviconline.gov.in/pmegpeportal/pmegphome/index.jsp लिंक को क्लिक करे। क्लिक करने पर निम्नानुसार पोर्टल ओपन हो जावेगा:-
- ऑनलाइन एप्लीकेशन फॉर इंडिविजुअल या ऑनलाइन लिंक फॉर नॉन- इंडिविजुअल में से अपनी केटेगरी के अनुसार क्लीक करे। क्लिक करने के पश्चात निम्नानुसार फॉर्म ओपन हो जावेगा : उक्त में व्यक्तिगत जानकारी मांगी जावेगी, जिसे भरकर सेव करे। उक्त फॉर्म को सावधानी पूर्वक भरे और सबमिट कर दे
- आपके यूजर आई डी तथा पासवर्ड जेनरेट हो जायेगे, जिन्हे सुरक्षित लिख ले। इनकी सहायता से ऑनलाइन लिंक को पुनः खोला जा सकता है। ऑनलाइन एप्लिकेंट डाटा सेव कर आगे बढ़े।
- एप्लिकेंट डाटा के पश्चात स्कोर कार्ड डाटा भरे, जो कि निम्नानुसार होता है इसे सेव कर सबमिट कर दे।
- अगली टैब में ऑनलाइन EDP को क्लिक करे।
- अब अगली टैब अपलोड की आती है, जिसमे दस्तावेज JPEG या PDF फॉर्मेट में अपलोड करे।
- समस्त दस्तावेज अपलोड करने के पश्चात फॉर्म फाइनल सबमिट कर दे। सबमिट करने के पश्चात आवेदन फॉर्म के प्रिंट ऑप्शन से प्रिंट निकाल ले।
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KVIC लोन हेतु बैंक में प्रक्रिया / how to get kvic loan by bank
KVIC से प्रोजेक्ट अप्रूवल मिलने के पश्चात बैंक में अप्लाई करना होता है, जिस बैंक की डिटेल हमने ऑनलाइन फॉर्म में डाली है बैंक के ऋण की सम्पूर्ण प्रक्रिया करने के पश्चात बैंक आवेदक को ऋण प्रदान कर देता है जिसकी ब्याज दर उक्त योजनानुसार सस्ती दर होती है।
सारांश - PMEGP सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय की महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक है। इसका लाभ प्रथागत कारीगरों को मिला है क्योकि इसमें विभिन्न प्रकार के लघु उद्योगों को शामिल किया गया है। इसी प्रकार की अन्य जानकारी हेतु https://factspp.blogspot.com को फॉलो करे।
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