नाम परिवर्तन कैसे करवायें? नाम,सरनेम बदलने की प्रक्रिया

नाम परिवर्तन कैसे करवायें? नाम,सरनेम बदलने की प्रक्रिया

हमारे समाज में हम कई उदाहरण देखते हैं,जिनमें नाम बदलने  की आवश्यकता होती है। नाम बदलने की आवश्यकता के विभिन्न कारण हो सकते हैं। कई बार किसी त्रुटि सुधार हेतु भी हम नाम बदलना चाहते हैं। आज हम भारत मे नाम परिवर्तन प्रोसेस, राजस्थान में नाम परिवर्तन प्रोसेस (Name Change Process) संबंध में संपूर्ण प्रक्रिया जानेंगे।

E gazzet name change

नाम परिवर्तन से आशय 

प्रत्येक व्यक्ति का नाम जन्म के पश्चात उनके माता-पिता अथवा अभिभावक द्वारा दे दिया जाता है। वही नाम शैक्षणिक दस्तावेज में भी दिया जाता है, जो एक प्रकार से स्थाई होता है। बचपन मे प्रारंभिक  शैक्षणिक दस्तावेज में नाम परिवर्तन आसान होता है किंतु वयस्क होने की स्थिति में नाम परिवर्तन एक विधिक मुद्दा हो जाता है क्योंकि तब हमारे सभी दस्तावेज चाहे वह वोटर आईडी हो, राशन कार्ड, आधार कार्ड, पासपोर्ट हो सभी में वही नाम आ जाता है। किंतु कई बार विभिन्न निजी अथवा कानूनी आवश्यकताओं के कारण हम वर्तमान नाम को बदलना चाहते हैं एवं उसके स्थान पर दूसरा नाम रखना चाहते हैं। इस हेतु निर्धारित प्रक्रिया का पालन करके वर्तमान नाम को बदल कर दूसरा नाम रखने को ही नाम परिवर्तन कहा जाता है।

नाम परिवर्तन की आवश्यकता के कारण 

नाम चेंज करवाने के कारण या नाम बदलने की आवश्यकता विभिन्न प्रकार से हो सकते हैं।  उदाहरणार्थ:-

  1. नाम पसंद नहीं आने पर
  2.  सरनेम जोड़े जाने पर
  3.  विवाह के पश्चात सरनेम बदलने के कारण
  4.  तलाक के पश्चात नाम परिवर्तन 
  5.  धर्म परिवर्तन के पश्चात नाम परिवर्तन
  6.  लिंग परिवर्तन के पश्चात नाम परिवर्तन
  7. संपत्ति में गलत नाम होने के कारण नाम परिवर्तन 
  8. गोद लेने के कारण
  9. ज्योतिषीय या अंकज्योतिष के कारण
  10. पुनर्विवाह के कारण पिता का नाम परिवर्तन
  11. वर्तनी की अशुद्ध होने के कारण
  12.  अन्य किसी कारण से नाम परिवर्तन की आवश्यकता पड़ती है

विधिक तोर पर नाम परिवर्तन न करने के प्रभाव

यदि किसी व्यक्ति ने किसी भी कारणवश अपना नाम परिवर्तन किया है और यदि वह विधिक प्रक्रिया को फॉलो नहीं करता है तो उसको अत्यंत ही असुविधा का सामना करना पड़ेगा। जैसे कि उसने नाम कोई अन्य रखा है जबकि उसका आधार कार्ड राशन कार्ड, वोटर आईडी अथवा पासपोर्ट में अन्य नाम है तो उसको उसी नाम से जाना जाएगा। वह यदि कहीं पर अपना नया नाम प्रयोग करता है तो समस्त दस्तावेज में विरोधाभास होने की वजह से वह मान्य नहीं किया जाएगा।

नाम बदलने हेतु आवश्यक दस्तावेज

  1. आवेदन पत्र
  2. अंडरटेकिंग
  3. समाचार पत्र विज्ञापन
  4. 2 गवाहों के सपथपत्र एवं आधार आई डी
  5. वोटर आई डी
  6. रेजिडेंस प्रूफ
  7. विवाह की स्थिति में नाम परिवर्तन हेतु विवाह प्रमाण पत्र
  8. तलाक की स्थिति में नाम परिवर्तन लेते हुए तलाक प्रमाण पत्र
  9. लिंग परिवर्तन के कारण नाम परिवर्तन में मेडिकल सर्टिफिकेट आदि
  10. धर्म परिवर्तन के संदर्भ में नाम परिवर्तन हेतु धर्म परिवर्तन का प्रमाण पत्र
  11. गजट नोटिफिकेशन नाम परिवर्तन की सूचना सरकारी गजट में प्रकाशित होना अत्यंत आवश्यक है।

नाम बदलने की प्रक्रिया (Process of Changing Name)

किसी भी आधार पर नाम परिवर्तन करने हेतु जो प्रक्रिया अपनाई जाती है उसे चार स्टेज में विभाजित किया जा सकता है : -

  1.  प्रथम स्टेज - नाम परिवर्तन शपथ पत्र |हलफनामा
  2. द्वितीय स्टेज- समाचार पत्र में नाम बदलने का विज्ञापन 
  3. तृतीय स्टेज - गजट नोटिफिकेशन
  4.  चतुर्थ स्टेज - दस्तावेज में नाम परिवर्तन

1.प्रथम स्टेज -नाम परिवर्तन शपथपत्र

जिस किसी व्यक्ति को किसी भी आधार पर नाम परिवर्तन करवाना होता है। सर्वप्रथम उसे शपथ पत्र तैयार करवाना होता है जो नोटरी पब्लिक के माध्यम से निर्धारित प्रारूप में तैयार करवाया जा सकता है। जो  निर्धारित रुपये के स्टांप पेपर पर करना होता है। स्टांप कितने का हो यह उस राज्य पर निर्भर करता है जिसमें यह तैयार करवाया जाता है उदाहरणार्थ राजस्थान में शपथ पत्र ₹50 के स्टांप पेपर पर करवाया जाता है । जिसमें वर्तमान नाम,  परिवर्तित नाम, नाम परिवर्तन का कारण, पता जैसी जानकारियां प्रदान की जाती है। यह नाम परिवर्तन प्रक्रिया का हिस्सा होता है। अप्रवासी भारतीयों को नाम परिवर्तन करवाने हेतु एक नाम परिवर्तन डेड बनवाने की भी आवश्यकता होती है जो अधिकृत अधिकारियों द्वारा प्रमाणित होनी चाहिए।

नाम परिवर्तन शपथ पत्र का प्रारूप

                   मैं …..............पुत्र/ पुत्री श्री…........... उम्र..... वर्ष…... जाति …....निवासी......... की/ का हूँ। शपथ पूर्वक बयान करता/करती हूँ कि :-

  1. यह कि मेरा पूर्व नाम….......था, जिसको मैंने बदल कर ................रख लिया है। भविष्य में मुझे इसी नाम से जाना जाएगा। 
  2.  यह कि नाम परिवर्तन मैंने .........के कारण किया है।
  3.  यह शपथ पत्र नाम परिवर्तन के संबंध में दे रहा हूं/ दे रही हूँ। 
                                हस्ताक्षर  शपथग्रहिता/ शपथगृहिती

                                      सत्यापन

मैं उक्त शपथग्रहिता सत्यापित करता/करती हूँ कि शपथ पत्र की मद नंबर 1 से 3 मेरे निजी ज्ञान एवं विश्वास के आधार पर सही एवं सत्य है। मैंने कोई तथ्य छुपाया अथवा मिथ्या अंकित नहीं किया है। ईश्वर मेरी मदद करें।

हस्ताक्षर  सत्यापनकर्ता/ सत्यापनकर्ती

2 .  द्वितीय स्टेज - नाम परिवर्तन समाचार पत्र  प्रकाशन

नाम परिवर्तन की प्रक्रिया की दूसरी स्टेज में किसी भी स्थानीय या राष्ट्रीय समाचार पत्र में उक्त नाम परिवर्तन हेतु पब्लिक नोटिस अथवा विज्ञापन दिया जाता है। कम से कम दो समाचार पत्रों में विज्ञापन दिया जाना आवश्यक है, जिनमें एक स्थानीय भाषा मे  एवं दूसरा अंग्रेजी भाषा में प्रकाशित कोई भी समाचार पत्र हो सकता है। समाचार पत्रों में उक्त आशय की सूचना पब्लिकेशन करवाने हेतु किसी भी विज्ञापनदाता एजेंसी से संपर्क किया जा सकता है। वह आपसे निर्धारित शुल्क लेकर उक्त सूचना प्रकाशित करवा देती है। जिसमें 1 से 3 दिन का समय लगता है। उक्त समाचार पत्रों की ओरिजिनल प्रति आप को सुरक्षित रखने होती है क्योंकि यह समाचार पत्र भविष्य में उक्त आवेदन प्रक्रिया को पूर्ण करने हेतु आवश्यक होते हैं

नाम परिवर्तन समाचार पत्र पब्लिकेशन का प्रारूप

                  नाम परिवर्तन लोक सूचना

सर्वसाधारण को सूचित किया जाता है कि मैंने अपना नाम…........ से परिवर्तित ...............कर रख लिया है। भविष्य में मुझे इसी नाम से जाना जाए।

3. तृतीय स्टेज - नाम परिवर्तन गजट नोटिफिकेशन प्रकाशन

 यह नाम परिवर्तन के महत्वपूर्ण स्टेज होती है। इसके इसके बिना नाम परिवर्तन की प्रक्रिया विधिक तौर वैध नहीं मानी जाती है। विभिन्न राज्य के राजपत्र में अथवा केंद्र के राजपत्र में उक्त नाम परिवर्तन के आशय की सूचना प्रकाशित करवाई जा सकती है। इस हेतु आपको राज्य व केंद्र के गजट पब्लिकेशन में गजट ऑफिसर से आवेदन करना होगा। उक्त आवेदन में समस्त डिटेल जैसे वर्तमान नाम, परिवर्तित नाम, नाम परिवर्तन का कारण, वर्तमान पता आदि समस्त जानकारियां भरी जाना अनिवार्य होता है। नाम परिवर्तन के कारण का भी स्पष्टतः उल्लेख करना होगा ।

कई राज्य में नाम परिवर्तन आवेदन के पश्चात दो समाचार पत्रों में विज्ञप्ति दिया जाना आवश्यक होता है एवं उस नाम के प्रति आपत्तियां मांगी जाते हैं । यदि नाम के संबंध में किसी प्रकार कीआपत्ति  होती है तो गजट ऑफिसर उक्त आशय की सूचना गजट में प्रकाशित नहीं करवाएगा। आपत्ती विभिन्न प्रकार की हो सकती है- जैसे कि कोई अपराधी अपना नाम परिवर्तन करवाता है तो संबंधित सुरक्षा विभाग उस संबंध में आपत्ति करता है तो गजट ऑफिसर नाम परिवर्तन की आज्ञा प्रदान नहीं करेगा। उक्त आपत्तियों को सुनने के पश्चात एवं निर्धारित समय सीमा समाप्त होने के पश्चात गजट ऑफिसर उक्त आशय की सूचना गजट में प्रकाशित करने हेतु स्वीकृति प्रदान करता है तथा आवेदन शुल्क जमा करने को कहा जाता है। शुल्क जमा करने की प्रक्रिया विभिन्न राज्य में विभिन्न हो सकती है। कहीं पर यह डीडी के माध्यम से जमा किया जाता है अथवा कहीं पर ऑनलाइन जमा करवाने के लिए कहा जाता है, जिसे हम डेबिट आपको क्रेडिट कार्ड से भी जमा करा सकते हैं । शुल्क जमा हो जाने के पश्चात गजट में प्रकाशित करने हेतु स्वीकृति प्रदान कर दी जाती है। प्रक्रिया में 1 से 2 महीने का समय लग जाता है क्योंकि राज्य या केंद्र के राजपत्र प्रतिदिन प्रकाशित नहीं होते हैं। यह साप्ताहिक पत्र व मासिक हो सकते हैं। 

गजट नोटिफिकेशन हेतु गजट ऑफिस के पास आवेदन में निम्न नाम परिवर्तन दस्तावेज की आवश्यकता होती है :-

  1. आवेदन पत्र
  2. अंडरटेकिंग
  3. समाचार पत्र विज्ञापन, जिस में प्रचलित नाम अथवा दस्तावेजों में नाम और जो नाम बदला जा रहा है उसकी डिटेल चाहिए।
  4. 2 गवाहों के सपथपत्र आधार आई डी
  5. आधार
  6. वोटर आदि
  7. रेजिडेंस प्रूफ
  8. विवाह की स्थिति में नाम परिवर्तन हेतु विवाह प्रमाण पत्र
  9. तलाक की स्थिति में नाम परिवर्तन लेते हुए तलाक प्रमाण पत्र
  10. लिंग परिवर्तन के कारण नाम परिवर्तन में मेडिकल सर्टिफिकेट आदि
  11. धर्म परिवर्तन के संदर्भ में नाम परिवर्तन हेतु धर्म परिवर्तन का प्रमाण पत्र
 नोटिफिकेशन प्रकाशित होने के बाद की प्रक्रिया- जब आपका गजट नोटिफिकेशन प्रकाशित हो जाता है तो उसकी एक प्रति आपको बाई पोस्ट पर भिजवा दी जाती है या आप इसे भारतीय गजट आधिकारिक वेबसाइट  https://egazette.nic.in/(S(0gulsctb5hueash5ytlbgec5))/default.aspx पर  इसे डाउनलोड कर सकते हैं। इसकी प्रति हमेंशा सुरक्षित रखनी होती है। सूचना के प्रकाशन के साथ ही आपका नाम वैद्य रूप से परिवर्तित हो जाता है।

केंद्र सरकार के एंप्लोई को केंद्र के गजट में सूचना प्रकाशित करवाया जाना आवश्यक है। इस हेतु उसको दिए गए लिंक के अनुसार प्रोफॉर्मा भरना होता है।

4.वर्तमान दस्तावेजों में नाम परिवर्तन

जब हमें आधार कार्ड में नाम परिवर्तन, वोटर कार्ड में नाम परिवर्तन में नाम परिवर्तन, राशन कार्ड में नाम परिवर्तन, पासपोर्ट आदि में नाम परिवर्तन करवाना हो तो एक आवेदन करना होगा तथा उस आवेदन के साथ शपथ पत्र की प्रति, समाचार पत्रों के विज्ञापन के प्रति एवं गजट नोटिफिकेशन की प्रति लगानी होती है। इनके आधार पर उक्त दस्तावेज में नाम परिवर्तित कर दिया जाता है। चाहे उक्त संशोधन की प्रक्रिया ऑनलाइन हो या ऑफलाइन हों।

शैक्षणिक दस्तावेज में नाम परिवर्तन

निम्न स्तर की कक्षाओं में उक्त तीनों दस्तावेज के आधार पर नाम परिवर्तन आसानी से हो जाता है । शैक्षणिक दस्तावेजों में नाम परिवर्तन करवाने हेतु भी उक्त तीनों दस्तावेजों की प्रति आवेदन के साथ दी जाती है। किंतु कई यूनिवर्सिटी अथवा बोर्ड नाम परिवर्तित नहीं करते हैं तो उस स्थिति में जहां भी उक्त शैक्षणिक दस्तावेज को प्रयोग किया जाना होता है। उनके साथ में उक्त तीनों प्रतियों को लगाया जाता है, जो नाम परिवर्तन को प्रदर्शित करते हैं। इनके साथ शैक्षणिक दस्तावेज पुराने नाम से मान्य होंगे क्योकि एक तरह से हमने नाम परिवर्तन प्रमाण पत्र संलग्न किया है।

नाम परिवर्तन घोषणात्मक वाद (Declaration suit)

यदि किसी व्यक्ति को अपने शैक्षणिक दस्तावेज में नाम परिवर्तन करवाता है और यदि उसका बोर्ड या विश्वविद्यालय उक्त दस्तावेज के आधार पर नाम परिवर्तन करके उनके दस्तावेज नहीं प्रदान करता है तो उस व्यक्ति को घोषणा तक वद अथवा डिक्लेरेशन सूट (Declaration Suit) फ़ाइल करना होता है ।  जिसमें उक्त बोर्ड अथवा विश्वविद्यालय को भी एक पक्षकार बनाया जाता है। संबंधित बोर्ड अथवा विश्वविद्यालय को समन जारी किए जाते हैं एवं दोनों पक्षों को सुनने के पश्चात दस्तावेज में नाम परिवर्तन करके दस्तावेज प्रदान करने हेतु आदेश पारित किया जाता है। ओपन बोर्ड अच्छा विश्वविद्यालय पर न्यायालय का आदेश मानना आवश्यक होता है। शैक्षणिक दस्तावेज में माता पिता के नाम की त्रुटि भी इसी प्रकार से संशोधित की जाती है।

जिन राज्य मे गज़ट प्रकाशित नहीं किया जाता है तो उनके नागरिकों को नाम परिवर्तन हेतु केंद्र के गजट में सूचना प्रकाशित करवाने होती है। अथवा संबंधित राज्य में संबंधित क्षेत्र अधिकार में डिक्लेरेशन सूट  (Declaration Suit) फ़ाइल करके न्यायालय के आदेश के आधार पर नाम परिवर्तन करवाया जाता है।

गजट नोटिफिकेशन के अन्य प्रयोग

जैसा कि हमने नाम परिवर्तन की प्रक्रिया की पूर्ण जानकारी जानी है। उसी प्रकार की प्रक्रिया प्रक्रिया लिंग परिवर्तन धर्म परिवर्तन, प्रॉपर्टी के दस्तावेजों में नाम परिवर्तन एवं किसी व्यक्ति को सम्पति से बेदखल करने अथवा संपत्ति से बाहर करने की उद्घोषणा प्रकाशित करने हेतु भी अपनाई जाती है। केवल संबंधित दस्तावेज भी सलंग्न करने होते हैं। 

दोस्तों आप सभी नाम को कैसे बदला जा सकता है ?, जान गए होंगे। इसके साथ ही सरनेम को बदलने की प्रक्रिया एवं शैक्षणिक दस्तावेज अथवा संपत्ति दस्तावेज में नाम परिवर्तन की प्रक्रिया जान चुके हैं। आशा है आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। इसी प्रकार की जानकारी प्राप्त करने के लिए Facts PP हिंदी factspp blog को क्लिक करे । 

गजट नोटिफिकेशन द्वारा नाम परिवर्तन

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